
आज के डिजिटल ज़माने में जहां लगभग हर चीज़ ऑनलाइन हो रही है, वहीं साइबर फ्रॉड और अकाउंट हैकिंग के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। हैकर्स रोज़ नए ट्रिक्स आज़माते हैं ताकि यूज़र्स की पर्सनल जानकारी चुराई जा सके। ऐसे में खुद की डिजिटल सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना बेहद ज़रूरी हो गया है।
अगर आपको यह जानना है कि आपका ईमेल या सोशल मीडिया अकाउंट सुरक्षित है या नहीं, तो नीचे दिए गए कुछ आसान और मुफ्त टूल्स आपकी काफी मदद कर सकते हैं।
🔐 1. Google Password Checkup
अगर आप Chrome ब्राउज़र या Google अकाउंट में अपने पासवर्ड सेव करते हैं, तो ये टूल आपको तुरंत बता सकता है कि आपके पासवर्ड्स कहीं लीक तो नहीं हुए हैं।
यह बैकग्राउंड में लगातार चेक करता रहता है।
यदि कोई पासवर्ड खतरे में हो, तो यह आपको अलर्ट भेजता है।
यह कमजोर या बार-बार इस्तेमाल किए गए पासवर्ड की पहचान करके उन्हें बदलने की सलाह भी देता है।
🌐 2. Google One Dark Web Report
डार्क वेब वह जगह है जहां चोरी की गई जानकारी को अक्सर बेचा जाता है। Google One का यह टूल आपकी ईमेल, फोन नंबर, पासवर्ड आदि को स्कैन करके बताता है कि क्या ये डेटा डार्क वेब पर लीक हुआ है।
यह फीचर Google One मेंबरशिप के तहत उपलब्ध है, लेकिन इसका ट्रायल वर्ज़न भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
🍏 3. Apple iCloud Keychain Password Monitoring
iPhone या Mac यूज़र्स के लिए Apple का यह फीचर बेहद उपयोगी है। यह सेव किए गए पासवर्ड्स की निगरानी करता है और यदि कोई पासवर्ड लीक, कमजोर या बार-बार उपयोग में लाया गया हो, तो तुरंत चेतावनी देता है।
साथ ही यह मजबूत पासवर्ड के सुझाव भी देता है, जिससे आपका अकाउंट सुरक्षित बना रहे।
🛡️ खुद को साइबर हमले से कैसे बचाएं?
हर अकाउंट के लिए अलग और मजबूत पासवर्ड बनाएं।
पासवर्ड में बड़े और छोटे अक्षर, नंबर और स्पेशल कैरेक्टर का मिश्रण होना चाहिए।
पासवर्ड की लंबाई कम से कम 12 कैरेक्टर रखें।
सभी महत्वपूर्ण अकाउंट्स पर 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) ज़रूर ऑन करें।
समय-समय पर लॉगिन हिस्ट्री और कनेक्टेड डिवाइसेज़ की जांच करें।
किसी भी संदेहजनक गतिविधि पर तुरंत पासवर्ड बदलें और सिक्योरिटी सेटिंग्स अपडेट करें।
हमेशा अपना रिकवरी ईमेल और मोबाइल नंबर अपडेटेड रखें।
✅ निष्कर्ष:
अपने ऑनलाइन अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क रहना ही सबसे अच्छा उपाय है। ऊपर दिए गए मुफ्त टूल्स का उपयोग करके आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपकी डिजिटल पहचान किसी गलत हाथों में न जाए। थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है।