
4 जुलाई की रात पटना में कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। अब इस सनसनीखेज केस की परतें एक-एक कर खुल रही हैं और पुलिस के सामने कई नाम लगातार सामने आ रहे हैं। हत्या की यह साजिश कितने लोगों ने मिलकर रची, इसकी तफ्तीश अब अपने अंतिम चरण में है।
🕵️♂️ कैसे हुआ मर्डर?
चार जुलाई की रात करीब 11:40 बजे, गोपाल खेमका अपनी कार से अपने अपार्टमेंट गेट पर पहुंचे ही थे कि एक अकेला शूटर वहां पहले से घात लगाकर बैठा था। जैसे ही गोपाल वहां रुके, हमलावर ने गोली चला दी। इसके बाद शूटर फरार हो गया।
🔓 पहला खुलासा – शूटर उमेश पकड़ा गया
जांच की शुरुआत में सबसे बड़ा ब्रेकथ्रू मिला उमेश की गिरफ्तारी से, जो मालसलामी थाना क्षेत्र का रहने वाला है। सोमवार को हिरासत में लिए जाने के बाद उमेश ने पहले चुप्पी साधी लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया, तो उसने अपराध कबूल कर लिया।
उसकी निशानदेही पर:
घटना में इस्तेमाल की गई स्कूटी बरामद की गई
पिस्टल भी जब्त की गई
💰 सुपारी का राज खुला – आया अशोक का नाम
पूछताछ में उमेश ने चौंकाने वाला खुलासा किया – उसने यह हत्या सुपारी लेकर की थी। सुपारी देने वाले का नाम अशोक बताया गया, जिसे सोमवार की रात ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
🔜 आगे क्या?
पुलिस के अनुसार, इस केस में अभी और नाम सामने आने बाकी हैं। आज शाम 5 बजे पटना पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी, जिसमें इस मामले के पूरे खुलासे की उम्मीद है।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहेंगे:
अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय)
पुलिस महानिरीक्षक, केंद्रीय क्षेत्र, पटना
वरीय पुलिस अधीक्षक (पटना)
नगर पुलिस अधीक्षक (पटना)
❗ आखिर सवाल यह है:
क्या यह हत्या सिर्फ सुपारी के लिए की गई थी या इसके पीछे कोई और गहरी साजिश है? जितने नाम सामने आ रहे हैं, क्या उतने ही किरदार इस पूरे घटनाक्रम में शामिल हैं? यह आने वाले वक्त में साफ हो जाएगा।