
चीन ने एक ऐसा अत्याधुनिक माइक्रो ड्रोन विकसित किया है, जो आकार में किसी आम मच्छर जितना छोटा है, लेकिन इसकी ताकत युद्ध और जासूसी के पूरे परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखती है। यह ड्रोन इतना छोटा है कि आम आंखों से देख पाना भी मुश्किल हो सकता है।
🧪 किसने बनाया यह ड्रोन?
यह माइक्रो डिवाइस चीन के हुनान प्रांत स्थित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी (NUDT) के रिसर्चर्स द्वारा तैयार किया गया है। इसकी पहली झलक चीन के मिलिट्री टीवी चैनल CCTV-7 पर भी दिखी, जहां इसे एक छात्र ने हाथ में पकड़कर प्रदर्शित किया।
🔍 कैसा है इसका डिजाइन?
लंबाई: लगभग 1.3 सेंटीमीटर
डिज़ाइन: दो पत्ते जैसे हल्के पंख और तीन पतले पैर
कंट्रोल सिस्टम: स्मार्टफोन या टैबलेट से नियंत्रित किया जा सकता है
उपयोग: बायोनिक तकनीक पर आधारित, उड़ान में बेहद स्थिर
🛰️ कहां हो सकता है इसका इस्तेमाल?
गोपनीय सैन्य अभियानों में — दुश्मन की सीमा में बिना पता चले घुसपैठ
खुफिया जासूसी — माइक्रोफोन या कैमरा लगाकर सूचनाएं इकट्ठा करना
प्राकृतिक आपदाओं में सहायता — मलबे में फंसे लोगों को ढूंढना
पर्यावरणीय निगरानी — हवा या पानी की गुणवत्ता मापना
⚠️ इसमें क्या सीमाएं हैं?
कम बैटरी लाइफ: छोटा आकार होने के कारण इसकी ऊर्जा सीमित होती है।
भार वहन क्षमता सीमित: बहुत अधिक सेंसर या उपकरण इसमें नहीं लगाए जा सकते।
मौसम और हवा की बाधाएं: ज्यादा तेज हवा में उड़ान प्रभावित हो सकती है।
🧠 भविष्य की संभावनाएं
हालांकि कुछ चुनौतियां हैं, लेकिन AI, बैटरी और नैनो-टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लगातार हो रहे विकास के कारण ऐसे ड्रोन भविष्य में और भी ज्यादा स्मार्ट और प्रभावी हो सकते हैं।