
इंदौर दंपती केस अपडेट: मेघालय में हनीमून मनाने गए इंदौर के राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम के गायब होने की खबर से पूरे देश में चिंता का माहौल बन गया था। लेकिन जो कहानी सामने आई, उसने सभी को हैरान कर दिया। सोनम पर ही अब पति की हत्या का आरोप लगा है।
कब आई केस में तेजी?
इस मामले में शुरुआती जांच में कोई खास सफलता नहीं मिल रही थी। तभी राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस केस में दखल देते हुए मेघालय पुलिस को तीन दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश जारी किया। इसके बाद मामले की जांच में तेजी आ गई और सात दिनों के भीतर चौंकाने वाले खुलासे सामने आए।
महिला आयोग का सख्त रुख
शिलांग टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, NCW ने मेघालय के डीजीपी को पत्र भेजकर कहा कि राजा रघुवंशी की मौत और सोनम के लापता होने के मामले की जांच गंभीरता से की जाए और तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाए। आयोग ने मीडिया में आई रिपोर्टों का संज्ञान लिया, जिनमें मानव तस्करी और हत्या की आशंका जताई गई थी।
NCW अध्यक्ष विजया राहटकर ने राज्य पुलिस को ड्रोन, खोजी कुत्तों और विशेष टीमों की मदद से सोनम की तलाश तेज करने और जरूरत पड़ने पर केंद्रीय एजेंसियों से सहयोग लेने का निर्देश दिया।
पुलिस की तेजी से हुआ सनसनीखेज खुलासा
आयोग के आदेश के बाद जांच में तेजी आई। राजा और सोनम के परिवारों की ओर से भी सीबीआई जांच की मांग उठाई गई थी, जिससे दबाव और बढ़ गया। इसके कुछ ही दिनों में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया, जहां वह एक ढाबे में पाई गई।
प्लानिंग से की गई थी हत्या?
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि सोनम ने अपने पति राजा की हत्या की योजना खुद बनाई थी। इसके लिए उसने कुछ लोगों को हत्या की सुपारी दी थी। मामले में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उन्होंने यह बात कबूल की है।
जांच जारी, कई सवाल बाकी
अब मेघालय पुलिस सोनम को वहां लाकर आगे की पूछताछ करेगी। वहीं सोनम के पिता देवी सिंह का कहना है कि उनकी बेटी निर्दोष है और पुलिस द्वारा गढ़ी जा रही कहानी गलत है। उन्होंने मामले की CBI जांच की मांग की है।
परिवारों में उलझन
राजा रघुवंशी के भाई विपुल ने भी इस खुलासे पर हैरानी जताई और कहा कि शादी के बाद से कोई विवाद नहीं था। उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि सोनम ऐसा कदम उठा सकती है।
वहीं, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने पुलिस टीम की तारीफ करते हुए कहा कि सात दिन में ऐसे मामले को सुलझाना एक बड़ी उपलब्धि है।