
iPhone 17 को लेकर भारत में तैयारियां तेज़ हो गई हैं। एप्पल की मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर Foxconn ने इस डिवाइस के लिए चीन से पार्ट्स मंगवाने शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जून महीने से ही डिस्प्ले असेंबली, मैकेनिकल हाउसिंग, रियर कैमरा मॉड्यूल और कवर ग्लास जैसे जरूरी कंपोनेंट्स भारत पहुंचने लगे हैं।
इससे संकेत मिलता है कि भारत में iPhone 17 का असेंबली कार्य पहले से ही प्रारंभ हो चुका है, और अगस्त से इसका पूर्ण स्तर पर उत्पादन शुरू होने की संभावना है।
अभी सिर्फ 10% कंपोनेंट्स iPhone 17 के लिए
हालांकि, जो पार्ट्स भारत आए हैं उनमें से करीब 10% ही iPhone 17 से संबंधित हैं। बाकी ज्यादातर कंपोनेंट्स मौजूदा iPhone 16 और iPhone 14 मॉडल्स के लिए हैं, जिन्हें Apple भारत में त्योहारी सीजन के दौरान ज़्यादा बिक्री के लिए तैयार कर रहा है।
Apple का उद्देश्य है कि भारत को चीन के साथ-साथ एक वैकल्पिक मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट हब के रूप में तैयार किया जाए। खासकर उन iPhones के लिए जो अमेरिकी बाज़ार में भेजे जाते हैं।
टैरिफ के चलते बदली रणनीति
Apple की यह रणनीति कोई अचानक लिया गया फैसला नहीं है। दरअसल, अमेरिका और चीन के बीच चले आ रहे व्यापारिक तनाव के कारण, विशेषकर ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ के बाद Apple को विकल्प तलाशने पड़े।
2026 तक, कंपनी का प्लान है कि अमेरिका के लिए भेजे जाने वाले अधिकांश iPhone मॉडल्स का प्रोडक्शन भारत में शिफ्ट किया जाए। हालांकि, इस बीच अमेरिका की सरकार चाहती है कि Apple अपने प्रोडक्ट्स का निर्माण अमेरिका में ही करे।
भारत बना Apple की मैन्युफैक्चरिंग रणनीति का अहम हिस्सा
Apple ने भारत को न सिर्फ उत्पादन के लिए बल्कि लॉन्ग टर्म सप्लाई चेन प्लान में भी अहम भूमिका दी है। iPhone 17 का ट्रायल प्रोडक्शन इसका ताजा उदाहरण है, जो भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग नेटवर्क का एक मजबूत हिस्सा बनाता है।