
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में आयोजित एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। आचार्य ने कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए अखिलेश के बयानों को नकारते हुए उन्हें स्वयं धर्म सेवाओं में भाग लेने की सलाह दी।
🙏 “कांवड़ियों के पैर दबाओ, तभी समझो सेवा क्या है”
आचार्य प्रमोद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो स्वयं कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा करते हैं, जबकि अखिलेश यादव केवल बयानबाज़ी तक सीमित हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए पूछा – “सावन में अखिलेश कितने कांवड़ियों के पैर दबाएंगे?” उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने कांवड़ श्रद्धालुओं की आस्था का इस तरह से सम्मान किया है।
🗳 “सत्ता भाषणों से नहीं, जनमानस के हृदय से मिलती है”
2027 के विधानसभा चुनावों में सरकार बनाने के अखिलेश यादव के दावे पर तंज कसते हुए आचार्य ने कहा कि 2017 में भी अखिलेश और राहुल की जोड़ी बनी थी, लेकिन नतीजा सबके सामने है। सत्ता केवल नारों या गठबंधनों से नहीं, जनता के विश्वास से मिलती है। उन्होंने जातीय राजनीति और समाज में बंटवारे की कोशिशों को भी देश के लिए खतरनाक बताया।
🕉 “सनातन को मिटाने की बात करने वाले सत्ता की बात न करें”
आचार्य ने स्पष्ट कहा कि आज का समय राष्ट्र और धर्म का है। यह सनातन धर्म के उत्थान का युग है। जो लोग सनातन को मिटाने की बातें करते हैं, वे सत्ता पाने का सपना देखना छोड़ दें। उन्होंने सावन के पहले दिन के अवसर पर सभी शिव भक्तों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि धर्म को समझने के लिए दिखावे नहीं, सच्ची भावना जरूरी है।
📛 “नाम छुपाकर व्यापार करने वाले कर रहे हैं धोखा”
नाम और पहचान छिपाने के चलन पर कटाक्ष करते हुए आचार्य ने कहा कि जीवन के हर पड़ाव पर नाम की अहमियत होती है – स्कूल में, पासपोर्ट में, वोटर लिस्ट में, नौकरी में। ऐसे में जो लोग झूठ बोलकर या नाम छिपाकर काम करते हैं, वे न सिर्फ संविधान, बल्कि ईश्वर और समाज से भी धोखा कर रहे हैं।
🌍 “झूठ की बुनियाद पर धर्म नहीं चलता”
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी धर्म में झूठ बोलने की इजाजत नहीं है। कांवड़ यात्रा जैसी श्रद्धा की तपस्या में अगर कोई धोखा देने की कोशिश करता है, तो वह निंदनीय है। समाज को सच्चाई के साथ जीना चाहिए, और अगर कोई सौदा करना चाहता है, तो वह खुलकर अपनी पहचान बताए।
🌐 “अखिलेश विदेशी संस्कृति से प्रभावित, लेकिन दिल जीतना होगा”
अखिलेश यादव के अधिकारियों पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आचार्य प्रमोद ने कहा कि अखिलेश का परिवार धार्मिक पृष्ठभूमि से है, इसका वे सम्मान करते हैं। लेकिन अखिलेश खुद विदेशी सोच से प्रभावित हैं। अगर वे अपनी पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं, तो जनता के दिलों में जगह बनानी होगी, केवल विरोध और आलोचना से कुछ नहीं होगा।
🏛 “जनता फिर से भाजपा सरकार बनाएगी”
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने विश्वास जताया कि 2027 में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनेगी और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश की सरकार में संतों पर लाठीचार्ज हुआ और धार्मिक स्थलों के निर्माण में रुकावटें डाली गईं।