
उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। मामले में मुख्य आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा के खिलाफ गंभीर आरोप सामने आए हैं। जांच एजेंसी एटीएस ने दावा किया है कि वह एक खास किताब के जरिए युवाओं को भड़काने और बरगलाने का काम करता था।
📖 ‘शिजर ए तैयबा’ किताब से फैलाया जा रहा था भ्रम
सूत्रों के अनुसार, छांगुर बाबा ने ‘शिजर ए तैयबा’ नामक एक किताब प्रकाशित करवाई थी, जिसका इस्तेमाल वह कथित तौर पर लव जिहाद के प्रचार के लिए करता था। जांच में सामने आया है कि यह किताब युवाओं को गुमराह करने और उन्हें उकसाने का माध्यम बनी थी। एटीएस इस किताब में लिखे गए कंटेंट की गहराई से जांच कर रही है।
🕵️♂️ एटीएस पहुंची बलरामपुर, जल्द हो सकता है बड़ा खुलासा
एटीएस की टीम बीती रात छांगुर बाबा को लेकर बलरामपुर पहुंची है। उम्मीद की जा रही है कि यहां पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे हो सकते हैं, खासकर धर्मांतरण के पूरे नेटवर्क को लेकर। बताया जा रहा है कि बलरामपुर और उसके आसपास के इलाकों में धर्मांतरण की गतिविधियां संगठित तरीके से चलाई जा रही थीं।
💸 ईडी की एंट्री, फंडिंग एंगल की जांच तेज
मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी सक्रिय हो चुका है। सूत्रों के अनुसार, छांगुर बाबा के नजदीकी सहयोगी नवीन रोहरा के सात बैंक खातों की डिटेल ईडी को मिल चुकी है। वहीं करीब डेढ़ दर्जन अन्य खातों की जानकारी अभी भी जुटाई जा रही है। ईडी ने बलरामपुर सहित कई जिलों में चल-अचल संपत्तियों का रिकॉर्ड भी उप निबंधक कार्यालयों से मंगाया है।
🌍 पूर्वांचल के जिलों में फैला नेटवर्क, चार करीबी चिह्नित
जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि छांगुर बाबा के चार करीबी – मोहम्मद सबरोज, रशीद, शहाबुद्दीन (बलरामपुर निवासी) और रमजान (गोंडा निवासी) – पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में धर्मांतरण की गतिविधियों को अंजाम देते थे। इन सभी के खिलाफ पहले ही 25 मई 2023 को आजमगढ़ के देवगांव थाने में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
🔍 नामजद आरोपियों की लंबी लिस्ट
इस पूरे मामले में कई और नाम भी सामने आए हैं, जिनमें शामिल हैं:
अवधेश सरोज उर्फ वकील (आजमगढ़)
ऊषा देवी
पन्ना लाल गुप्ता
सिकंदर
हसीना
कुंदन बेनवंशी
आकाश सरोज
मोहम्मद जावेद (मऊ)
परवेज आलम
इरफान अहमद
साबिर अली
जावेद अहमद
फैयाज (जौनपुर)
इन सभी के खिलाफ एटीएस थाने में नई एफआईआर दर्ज कर ली गई है।