 
									अगर आप भी फेसबुक पर एक्टिव हैं और नियमित रूप से फोटो, वीडियो या टेक्स्ट शेयर करते हैं — तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook ने अब उन लोगों पर सख्ती करने का फैसला किया है जो दूसरों का कंटेंट चुराकर अपने नाम से पोस्ट करते हैं।
Meta (Facebook की पेरेंट कंपनी) ने हाल ही में एक नई गाइडलाइन लागू की है, जिसमें बार-बार ओरिजिनल क्रिएटर्स का कंटेंट चोरी करके पोस्ट करने वाले यूज़र्स, पेज और ग्रुप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है।
इस नए नियम का सीधा असर उन अकाउंट्स पर पड़ेगा जो कॉपी-पेस्ट कर फॉलोअर्स बढ़ा रहे थे या फेसबुक से पैसे कमा रहे थे।
🔍 क्यों लिया गया यह फैसला?
बीते कुछ समय से फेसबुक पर एक ट्रेंड बढ़ता जा रहा था — कंटेंट चुराने और रीपोस्ट करने का।
बहुत सारे फेसबुक पेज, ग्रुप्स और व्यक्तिगत अकाउंट्स दूसरे क्रिएटर्स द्वारा बनाए गए वीडियो, फोटो, मीम्स या टेक्स्ट को बिना किसी अनुमति या क्रेडिट के पब्लिश कर रहे थे।
ऐसा करने से असली क्रिएटर की पहचान खो जाती है और उनकी मेहनत का कोई लाभ नहीं मिलता। इसके उलट, जो यूज़र या पेज केवल कॉपी करते हैं, उन्हें फॉलोअर्स, एंगेजमेंट और कभी-कभी विज्ञापन से कमाई भी होने लगती है।
Meta ने साफ शब्दों में कहा है कि उसका मकसद “ओरिजिनल और गुणवत्तापूर्ण कंटेंट को बढ़ावा देना” है, न कि चुराए गए पोस्ट्स को।
📊 क्या है Meta की नई नीति?
Meta की ओर से जारी किए गए दिशानिर्देशों के अनुसार:
- बार-बार किसी और का कंटेंट कॉपी-पेस्ट करने वाले अकाउंट्स की मॉनिटाइजेशन एक्सेस बंद कर दी जाएगी। 
 यानी, ऐसे अकाउंट्स फेसबुक से पैसे नहीं कमा पाएंगे।
- उनके पोस्ट की रीच (reach) कम कर दी जाएगी, जिससे कम लोग उनके पोस्ट देख पाएंगे। 
- डुप्लिकेट कंटेंट की पहचान की जाएगी, और ओरिजिनल पोस्ट को प्राथमिकता दी जाएगी। 
- कुछ मामलों में ऐसे अकाउंट्स को प्लेटफॉर्म से हटा भी दिया जा सकता है। 
⚠️ 2025 में अब तक कितने अकाउंट्स पर गिरी गाज?
Meta के अनुसार, साल 2025 की पहली छमाही में करीब 5 लाख अकाउंट्स को स्पैम, डुप्लिकेट कंटेंट और फेक एंगेजमेंट के चलते दंडित किया गया है।
- कई अकाउंट्स की कमाई रोकी गई, 
- कई की पोस्ट रीच घटाई गई, 
- और कुछ मामलों में तो अकाउंट्स को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया। 
🤔 क्या है डुप्लिकेट कंटेंट की परिभाषा?
अगर कोई यूज़र किसी और का फोटो, वीडियो, टेक्स्ट या मीम बिना क्रेडिट, बिना अनुमति, और बिना बदलाव के उसी तरह कॉपी करके पोस्ट करता है, तो वो डुप्लिकेट माना जाएगा।
लेकिन अगर आप किसी ओरिजिनल वीडियो पर अपनी राय रखते हैं, रिएक्शन वीडियो बनाते हैं, मीम एडिट करते हैं, या अपने शब्दों में नई व्याख्या करते हैं — तो उसे Facebook डुप्लिकेट कंटेंट नहीं मानता।
🔗 नया बदलाव: ओरिजिनल क्रिएटर को मिलेगा लिंक क्रेडिट
Meta ऐसी तकनीकों पर भी काम कर रहा है जिससे अगर कोई डुप्लिकेट कंटेंट शेयर करता है, तो उसके साथ ओरिजिनल सोर्स का लिंक जोड़ा जाएगा। इससे आम दर्शक सीधे असली कंटेंट क्रिएटर तक पहुंच सकेंगे और उन्हें सही क्रेडिट मिलेगा।
यह बदलाव खासतौर पर उन क्रिएटर्स के लिए फायदेमंद होगा जिनके कंटेंट को बार-बार चुराया जाता रहा है।
✅ किन लोगों को होगा फायदा?
- कंटेंट क्रिएटर्स – जो खुद से वीडियो, फोटो, लेख आदि बनाते हैं, उन्हें अब पहचान मिलेगी। 
- न्यूज़ पब्लिशर्स – जो लेख लिखते हैं, रिपोर्टिंग करते हैं। 
- फोटोग्राफर्स और आर्टिस्ट्स – जिनका कंटेंट अक्सर बिना क्रेडिट शेयर किया जाता है। 
- मीम मेकर्स – जो सोशल मीडिया के लिए अपना यूनिक स्टाइल बनाते हैं। 
❌ किन लोगों को सतर्क हो जाना चाहिए?
- वो लोग जो दूसरों का कंटेंट कॉपी करके फेसबुक पर पोस्ट करते हैं। 
- फेसबुक पेज जो वायरल पोस्ट चुराकर रीपोस्ट करते हैं। 
- वो ग्रुप एडमिन्स जो फर्जी एंगेजमेंट और ट्रेंड का फायदा उठाने के लिए दूसरों का कंटेंट इस्तेमाल करते हैं। 
📣 Meta की साफ चेतावनी
Meta का कहना है:
“हम उन यूज़र्स के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो दूसरों की मेहनत को चुराकर खुद को क्रिएटर दिखाने की कोशिश करते हैं। ओरिजिनल विचार और मेहनत को सम्मान मिलना चाहिए। बिना अनुमति और क्रेडिट के कंटेंट चुराना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
🧠 उपयोगकर्ताओं के लिए सुझाव
- हमेशा ओरिजिनल कंटेंट बनाने की कोशिश करें। 
- किसी और का कंटेंट इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसका नाम और सोर्स ज़रूर मेंशन करें। 
- रिएक्शन, समीक्षा या व्याख्या के रूप में कंटेंट शेयर करना बेहतर होता है। 
- कभी भी बिना अनुमति किसी और के फोटो, वीडियो, या पोस्ट को अपने नाम से न डालें। 
✨ निष्कर्ष
फेसबुक अब कंटेंट क्रिएशन को एक सीरियस प्लेटफॉर्म बनाना चाहता है। अगर आप सोशल मीडिया से कमाई करना चाहते हैं, या अपनी पहचान बनाना चाहते हैं, तो ओरिजिनल कंटेंट ही आपका सबसे बड़ा हथियार है।
दूसरों की मेहनत चुराकर सिर्फ लाइक और शेयर पाना अब केवल गलत नहीं, बल्कि नुकसानदेह भी साबित हो सकता है।
तो अगली बार जब आप किसी पोस्ट को कॉपी-पेस्ट करने की सोचें — एक बार ज़रूर सोचिए:
“क्या ये वाकई मेरा कंटेंट है?”




















