
भारतीय शतरंज खिलाड़ी डी. गुकेश ने एक बार फिर दिखा दिया कि असली जवाब शब्दों से नहीं, चालों से दिया जाता है। क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में चल रहे ग्रैंड चेस टूर्नामेंट में उन्होंने दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराकर सनसनी मचा दी है।
🧠 मैच से पहले बयानबाज़ी, फिर शतरंज की सटीक चोट
मैच से पहले कार्लसन ने गुकेश को ‘कमजोर खिलाड़ी’ कहा था और यह भी कहा कि वह इस मुकाबले को गंभीरता से नहीं ले रहे। मगर बोर्ड पर जब चालें चली गईं, तो नतीजा उलट निकला। गुकेश ने जवाबी बयान नहीं दिया, लेकिन खेल में जवाब देकर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया।
🏆 लगातार दूसरी बार कार्लसन पर भारी पड़े गुकेश
यह पहला मौका नहीं है जब गुकेश ने मैग्नस को हराया है। इससे पहले नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में भी उन्होंने कार्लसन को क्लासिकल फॉर्मेट में मात दी थी। वह ऐसा करने वाले गिने-चुने भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हैं। अब ग्रैंड चेस टूर्नामेंट में दूसरी जीत दर्ज कर उन्होंने यह साबित किया कि उनकी जीत सिर्फ एक संयोग नहीं थी।
📊 अब तक का शानदार प्रदर्शन
पहले दिन: 3 में से 2 जीत
4वें राउंड में: नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव को हराया
5वें राउंड में: फैबियानो कारुआना को हराया
6वें राउंड में: मैग्नस कार्लसन को दी करारी शिकस्त
अब तक 10 पॉइंट्स के साथ टॉप पोजिशन पर
🧩 गैरी कास्पारोव का बयान बना चर्चा का विषय
पूर्व विश्व चैंपियन गैरी कास्पारोव ने गुकेश की जीत को ऐतिहासिक बताया और कार्लसन पर तंज कसते हुए कहा,
“ये सिर्फ हार नहीं, बल्कि वर्चस्व टूटने की शुरुआत है। अब वक्त है कि कार्लसन की बादशाहत पर सवाल उठाए जाएं।”
उनका ये बयान वर्ल्ड चेस फेडरेशन ने भी सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिससे गुकेश की जीत और भी खास बन गई।
⚡ अभी बाकी हैं दो ब्लिट्ज मुकाबले
यह मुकाबला तीन मैचों की एक सीरीज़ का हिस्सा है। पहला रैपिड फॉर्मेट में हुआ, जबकि बाकी दो ब्लिट्ज फॉर्मेट में खेले जाएंगे। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या कार्लसन वापसी कर पाएंगे या गुकेश अपनी लय बरकरार रखेंगे।
🔚 निष्कर्ष
डी. गुकेश ने एक बार फिर दिखा दिया कि धैर्य, मेहनत और कौशल से किसी भी दिग्गज को मात दी जा सकती है। मैग्नस कार्लसन जैसे खिलाड़ी को बार-बार हराना इस बात का सबूत है कि अगली पीढ़ी का शतरंज पूरी तरह तैयार है।