
26/11 मुंबई आतंकी हमले से जुड़े मामले में आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा की न्यायिक हिरासत अब 13 अगस्त 2025 तक के लिए बढ़ा दी गई है। यह फैसला दिल्ली की पटियाला हाउस स्थित एनआईए स्पेशल कोर्ट ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई के बाद सुनाया।
राणा को विशेष अदालत में पेश किया गया था, जहां उसकी पिछली न्यायिक हिरासत समाप्त हो चुकी थी। अदालत ने सुनवाई के दौरान NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) द्वारा दाखिल की गई सप्लीमेंट्री चार्जशीट पर विचार के लिए अगली तारीख निर्धारित की।
📌 NIA की चार्जशीट में बड़े खुलासे
NIA ने तहव्वुर राणा के खिलाफ एक और पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है जिसमें उसे आतंकी गतिविधियों में सीधे शामिल बताया गया है। इस दस्तावेज में राणा की कथित भूमिका पाकिस्तान की सेना और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ साजिश में भागीदार के रूप में दर्शाई गई है।
📞 राणा की अपील – परिवार से संपर्क की अनुमति मांगी
सुनवाई के दौरान तहव्वुर राणा ने अदालत से एक याचिका दायर कर अनुरोध किया कि उसे नियमित अंतराल पर अपने परिवार से फोन पर बात करने की अनुमति दी जाए। अदालत ने इस याचिका पर विचार के लिए 15 जुलाई 2025 की तारीख तय की है।
🕵️ पूछताछ में कबूले गए कई राज
सूत्रों के अनुसार, राणा ने जांच एजेंसियों को बताया कि वह हमले के समय मुंबई में मौजूद था और उसकी मौजूदगी हमले की रणनीति का हिस्सा थी। उसने खुद को पाकिस्तान की सेना का ‘विश्वसनीय एजेंट’ बताया है।
इतना ही नहीं, तहव्वुर राणा ने यह भी स्वीकार किया है कि उसने अमेरिका में बंद आतंकी डेविड कोलमैन हेडली के साथ पाकिस्तान में आतंकवादी प्रशिक्षण प्राप्त किया था। दोनों ने मिलकर आतंकी गतिविधियों की योजना बनाई और मुंबई हमले को अंजाम देने में मदद की।
🔒 तिहाड़ जेल में जारी है पूछताछ
इस समय राणा दिल्ली की तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में है, जहां उससे एनआईए लगातार पूछताछ कर रही है। यह मामला भारत के सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक से जुड़ा हुआ है, जिसमें 166 लोगों की जान गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे।